संस्थाक परिचय
मैथिली साहित्य महासभा (मैसाम) राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली क्षेत्र मे स्थापित एकटा स्ववित्त पोषित संस्था अछि जे संविधानक आठम अनुसूचीमे शामिल मैथिली भाषाक संरक्षण ओ संवर्धन संग एकर निरंतर विकासक दिशामे काज करैत अछि। दिल्ली क्षेत्रमे रहनिहार लाखो प्रवासी मैथिलक बीच मैथिली भाषा, साहित्य आ संस्कृति केर संवर्द्धन, प्रचार-प्रसार आ विकासक उद्देश्य सँ मैसामक स्थापना अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवसक अवसर पर 21 फरवरी, 2015 कें एकटा स्वायत्तशासी सार्वजनिक संस्थाक रूपमे कयल गेल। अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस केर अवसर पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली स्थित कॉन्स्टिट्यूशन क्लबमे आयोजित कार्यक्रममे मैसामक स्थापना लेल प्रस्ताव श्री संजीव सिन्हा रखने छलाह आ एकर अनुमोदन कार्यक्रम में उपस्थित मैथिली अनुरागी दर्शक के थोपड़ीक गड़गड़ाहट बीच श्री हेमन्त झा कयने छलाह। हि संस्थाक विशेषता अछि!
मैथिली साहित्य महासभा अपन स्थापना कालहि सँ मैथिली भाषा ओ साहित्य संग एहिसँ जुड़ल सांस्कृतिक गतिविधि केर प्रसारमे रचनात्मक भूमिका निमाहैत आबि रहल अछि।
मैसाम अपन अभिनव कार्यपद्धति 'समावेशिता, सामूहिकता आ निरंतरता' लेल सुविख्यात अछि। कार्यकारिणीक नियमित चुनाव आ प्रत्येक कार्यक्रमक दस्तावेजीकरण एहि संस्थाक विशेषता अछि।
संक्षेपाक्षर: मैसाम
स्थापना: 21 फरवरी 2015
मुख्यालय: दिल्ली
सेवा क्षेत्र : भारत
कार्यकारिणी
सर्वसम्मति सँ महासभाक संस्थापक अध्यक्ष श्री अमरनाथ झा मनोनीत भेल छलाह। हुनक लगातार दू कार्यावधि उपरांत श्री सुनीत ठाकुर अध्यक्ष निर्वाचित भेलाह। वर्तमान में महासभाक निर्वाचित अध्यक्ष श्री राहुल झा छथि। वर्तमान कार्यकारिणी निम्नवत अछि:
अध्यक्ष: राहुल झा
उपाध्यक्ष:
महासचिव:केशव झा एवं सोनी चौधरी
कोषाध्यक्ष: आशीष नीरज
सचिव:
प्रकाशन
अपूर्वा (साहित्य अर्द्ध वार्षिक)